मैं आज अपनी बकरी और भेड़ चरा रहा था।, मैं हमेशा अपनी भेड़ बकरियों को एक बड़े से बढ़ के पेड़ के नीचे ले जाता। , पेड़ पर बहुत सारी सुंदर लगे हुए थे और जब गुल्लर गिरते और मैं कुछ तोड़ता और उनको मै खा लेता था. मैं जिन लोगों की भीड़ बकरियां चराता हूं वह मुझे 2 rs और भैंस के ₹5 मिलते थे। जिससे मेरा घर चलता है घर में मेरी बीमार मां पिता और दो छोटे बहन भाई थे । पिता को लकवा था इसलिए वह खाट पर ही रहते। मैं अपना पूरा दिन उन भेड़ बकरियों के बीच में गुजारता वहीं कुछ दूरी पर एक प्राइमरी स्कूल था। जहाॅ से मास्टर के पढ़ाने की आवाज पेड़ के नीचे तक आती थी। कभी मास्टर 2 का सवाल पढ़ाते कभी क ख ग सिखाते और मैं इनको बड़ी गोर से सुनता था English transletor.. I was grazing my goat and sheep today., I would always take my sheep and goats under a big growing tree. , There were a lot of beautiful trees on the tree, and when Gullar fell and I broke something and I ate them. I used to get 2 rs and buffalo ₹ 5 for the people whose shepherds feed. With whom...
I am an unlucky boy, Everyone quarrels with me. No one likes to see me. If someone sees me, they feel that all their morning tasks are spoiled.All my childhood is spent crying, I don't know how happiness comes from where